मध्यप्रदेश के लाखों संविदा श्रमिकों एवं ठेका श्रमिकों के वेतन वृद्धि की लड़ाई सड़क से लेकर न्यायालय तक मजदूर संगठनों द्वारा लड़ी जा रही थी। जिसमें सीटू ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ज्ञापन, विरोध प्रदर्शन के साथ साथ न्यायालय में महत्वपूर्ण पक्ष के माध्यम से संविदा श्रमिकों एवं ठेका श्रमिकों के वेतन वृद्धि की लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाया।