रवि प्रताप सिंह की रिपोर्ट-
जिन लोगों ने बर्बाद की इण्डेन गैस सप्लाई की भेल को-ऑपरेटिव सोसायटी, वही आज थ्रिफ्ट पर जमाना चाहते हैं कब्ज़ा
भोपाल। बीएचईएल थ्रिफ्ट एंड क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी का विवाद अब और गंभीर होता जा रहा है। बाहर से शांति का माहौल दिख रहा है, लेकिन भीतर ही भीतर सत्ता संघर्ष और सह-मात का खेल चरम पर है।
सूत्रों के अनुसार उपाध्यक्ष राजेश शुक्ला अध्यक्ष बसंत कुमार के ऑफिस में बैठ रहे हैं और वित्तीय अधिकार अपने हाथ में लेने की कोशिश कर रहे हैं। दूसरी ओर, अध्यक्ष बसंत कुमार संयम और धैर्य से काम कर रहे हैं तथा कर्मचारियों का विश्वास बनाए हुए हैं।
इसी बीच भेल के SC-ST अधिकारी और कर्मचारी लामबंद हो गए हैं। विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, हाल ही में सैकड़ों SC-ST कर्मचारियों और अधिकारियों ने बैठक कर यह निर्णय लिया कि वे बसंत कुमार के साथ मजबूती से खड़े रहेंगे और किसी भी तरह की रंगबाजी या दबाव की राजनीति को बर्दाश्त नहीं करेंगे। बैठक में उपस्थित कर्मचारियों ने बसंत कुमार को हर तरह का सहयोग देने का वादा भी किया।
कर्मचारियों का कहना है कि थ्रिफ्ट सोसायटी के खिलाफ षड्यंत्र वही लोग रच रहे हैं जिन्होंने पहले इण्डेन गैस सप्लाई करने वाली भेल को-ऑपरेटिव सोसायटी को बर्बाद कर दिया था। उस समय लालच और कुप्रबंधन के कारण श्रमिकों का वर्षों का पीएफ अटक गया, महीनों तक वेतन नहीं मिला और अंततः मजबूर होकर कर्मचारियों को इंटक यूनियन की सोसायटी में जोड़ा गया। नतीजा यह हुआ कि कभी मज़बूत रही वह सोसायटी नेताओं की चालबाज़ी के चलते पूरी तरह चौपट हो गई।
कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि थ्रिफ्ट सोसायटी पर भी कब्ज़ा जमाने और उसे कमजोर करने की कोशिश की गई तो वे चुप नहीं बैठेंगे। उन्होंने साफ कहा है कि वे देश की सबसे बड़ी और गौरवान्वित थ्रिफ्ट सोसायटी को हर हाल में सुरक्षित रखेंगे और लालची नेताओं की किसी भी कोशिश को नाकाम करेंगे।
(भेल न्यूज 24 के लिए रवि प्रताप सिंह की रिपोर्ट)